बहराइच जिले के महसी क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सोमवार देर रात भेड़िया मासूम निवाला बन गया, जब एक दो वर्षीय बच्चा अपनी मां की गोद में सो रहा था। भेड़िया अचानक आया और बच्चे को उठाकर जंगल की ओर ले गया। ग्रामीणों ने पीछा किया, लेकिन बच्चा नहीं बच सका।

गदामार कला के गाड़ीपुरवा गांव में यह भयावह घटना उस वक्त हुई, जब खुशबू नामक महिला अपने बेटे आयुष पाल को लेकर मायके आई थी। रात करीब 12:30 बजे वह बरामदे में पलंग पर बेटे के साथ सो रही थी। तभी अचानक एक भेड़िया आ धमका और आयुष को गोद से उठा ले गया।
चीखती मां की आवाज सुनकर गांववाले मौके पर पहुंचे और जंगल की ओर दौड़ पड़े। उन्होंने बताया कि जब वे फुलवारी की ओर पहुंचे, तो देखा कि तीन भेड़िए मासूम को नोच रहे थे। बच्चे के शरीर के कई हिस्से क्षत-विक्षत हो चुके थे। ग्रामीणों ने शोर मचाकर भेड़ियों को भगाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
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इस दर्दनाक घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। मंगलवार सुबह करीब 5:30 बजे बच्चे का शव गांव से एक किलोमीटर दूर फुलवारी के पास मिला। भेड़िए ने उसके दोनों हाथ और दाहिना पैर खा लिया था। यह दृश्य देखकर ग्रामीण स्तब्ध रह गए।
सूचना मिलते ही वन विभाग और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। डीएफओ अजीत प्रताप सिंह, जॉइंट मजिस्ट्रेट आलोक प्रसाद, तहसीलदार विकास कुमार, सीओ डीके श्रीवास्तव और बीडीओ हेमंत यादव ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सर्च ऑपरेशन शुरू करवाया।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि क्षेत्र में भेड़ियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी और वन्य जीवों के हमलों से बचाव के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। वहीं, मृतक मासूम के परिवार को हर संभव मदद का भरोसा भी दिया गया है।
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