November 13, 2025

1 नवम्बर को देवोत्थान एकादशी, शुरू होंगे मांगलिक कार्य

देवोत्थान एकादशी पर मांगलिक कार्य शुरू, विवाह मुहूर्त 21 नवम्बर से

भारत में 1 नवम्बर को देवोत्थान एकादशी मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह दिन भगवान विष्णु के चार माह के शयन काल के बाद जागरण का प्रतीक होता है। आचार्य डॉ. प्रदीप द्विवेदी “रमण” के अनुसार, 1 नवम्बर की सुबह 09:11 बजे से एकादशी तिथि प्रारंभ होकर 2 नवम्बर को सुबह 07:31 बजे तक रहेगी। इस तिथि से मांगलिक कार्यों का शुभारंभ भी हो जाएगा।

8 जून से चल रहा चातुर्मास काल इसी दिन समाप्त होगा, जिसके दौरान विवाह, गृहप्रवेश और यज्ञ जैसे मांगलिक कार्य निषिद्ध माने जाते हैं। देवोत्थान एकादशी के साथ ही शुभ कार्यों का आरंभ होता है, जिसे देव प्रबोधिनी एकादशी या देव उठनी एकादशी भी कहा जाता है।

हालांकि, तुला संक्रांति दोष और चंद्र बल दोष के कारण विवाह के शुभ मुहूर्त 21 नवम्बर से प्रारंभ होंगे। यह अवधि 6 दिसंबर तक चलेगी। 2026 में कुल 54 विवाह मुहूर्त रहने की संभावना बताई गई है।

नवम्बर में विवाह के लिए शुभ तिथियाँ रहेंगी — 21, 22, 23, 24, 25, 26 और 30 नवंबर। वहीं दिसंबर में 1, 4, 5 और 6 तारीख को विवाह के योग बन रहे हैं। आचार्य द्विवेदी के अनुसार, तुला संक्रांति दोष समाप्त होने के बाद ही विवाह जैसे मांगलिक कार्य करना अधिक शुभ फलदायी माना गया है।

देवोत्थान एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना, तुलसी विवाह और दीपदान का विशेष महत्व बताया गया है। इसी दिन से कार्तिक मास के स्नान, दान और व्रत का समापन होता है। धार्मिक परंपराओं के अनुसार, जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की आराधना करता है, उसे वर्षभर मांगलिक कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

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