पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से जारी सैन्य तनाव एक बार फिर खूनी मोड़ पर पहुंच गया है। बीते हफ्ते शुरू हुई झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। पाकिस्तान ने शुक्रवार रात अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हवाई हमले किए, जिनमें कई रिहायशी घर तबाह हो गए और कई युवा क्रिकेटरों की मौत हो गई। यह घटना दोनों देशों के बीच हालिया सीजफायर समझौते के टूटने का संकेत देती है।
संघर्ष की शुरुआत 8 अक्टूबर को तब हुई जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में मौजूद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों पर हमला किया। इस्लामाबाद का दावा है कि टीटीपी अफगानिस्तान की सीमा से पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियां संचालित कर रही है। वहीं, काबुल ने इस हमले को अपनी संप्रभुता पर हमला बताया और तीखी प्रतिक्रिया दी थी।

दोनों देशों के बीच बुधवार को हुई वार्ता के बाद सीजफायर पर सहमति बनी थी, लेकिन शुक्रवार रात पाकिस्तान की ओर से फिर से हमले किए जाने के बाद तनाव बढ़ गया है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने पक्तिका के बरमल इलाके में एयरस्ट्राइक की, जिसमें कई मकान मलबे में तब्दील हो गए। स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले में मारे गए लोगों में कुछ स्थानीय क्रिकेट खिलाड़ी भी शामिल थे, जो प्रशिक्षण शिविर में अभ्यास कर रहे थे।
अफगान सरकार ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान की ओर से यह हमला “मानवीयता के खिलाफ अपराध” है। वहीं, पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसके निशाने पर केवल आतंकी ठिकाने थे और इस कार्रवाई में “अवैध सशस्त्र समूहों” को नुकसान पहुंचाया गया।
क्षेत्रीय विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर यह नया विवाद दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय अस्थिरता को और बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि टीटीपी का मसला दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद का केंद्र रहा है और इस तरह की सैन्य कार्रवाई से संबंधों में और खटास आ सकती है।
📲 समाचार सीधे व्हाट्सएप पर पाएं
देश-दुनिया की राजनीति, विकास और सामाजिक विषयों पर ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।
👇
🔗 WhatsApp Group Join Link

