ट्रंप ने दी सख्त चेतावनी, 70% गाजा क्षेत्र पर इज़राइल का कब्ज़ा; गाजा सिटी में अकाल की घोषणा
नई दिल्ली। गाजा में अक्टूबर 2023 से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा पेश की गई 20 सूत्रीय शांति योजना (Peace Plan) पर हमास ने आंशिक रूप से सहमति जताई है, जिसमें बंधकों की रिहाई की मांग को मानना सबसे अहम है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमास को प्रस्ताव स्वीकार करने के लिए रविवार शाम तक की समय सीमा दी थी, जिसके कुछ घंटों बाद हमास की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया आई। इस घटनाक्रम के बाद, अमेरिका ने इज़राइल को तुरंत गाजा में बमबारी रोकने की सलाह दी है, ताकि बंधकों की रिहाई को सुरक्षित किया जा सके।
क्या है अमेरिकी शांति योजना की रूपरेखा?

यह 20-सूत्रीय योजना इज़राइल और हमास दोनों के लिए कई कठोर शर्तें रखती है, जिसका मुख्य उद्देश्य गाजा को आतंक मुक्त करना और दीर्घकालिक स्थिरता लाना है।
- बंधकों की रिहाई: योजना पर सहमति के 72 घंटों के भीतर सभी जीवित और मृत इज़रायली बंधकों को रिहा किया जाएगा।
- कैदियों की अदला-बदली: इसके बदले इज़राइल 250 आजीवन कारावास की सजा पाए कैदियों सहित 1700 से अधिक फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा। (वर्तमान में हर बंधक के बदले 15 गाजावासियों की रिहाई का प्रस्ताव है।)
- गाजा का भविष्य: गाजा को सशस्त्र समूहों से मुक्त किया जाएगा। इसका प्रशासन फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेट्स की एक अस्थायी, संक्रमणकालीन सरकार संभालेगी, जिसमें हमास की कोई भूमिका नहीं होगी।
- इज़रायली सेना की वापसी: योजना स्वीकार होते ही इज़राइल सैन्य अभियान रोक देगा और चरणबद्ध तरीके से गाजा से अपनी सेना हटाएगा।
- बफर जोन: इज़राइल-गाजा सीमा पर एक बफर जोन स्थापित किया जाएगा, जिसकी निगरानी अमेरिका और अरब देशों की अंतर्राष्ट्रीय सेना करेगी।
इज़राइल और अमेरिका का रुख (Stand of Israel and USA)
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद स्पष्ट किया था कि वह “अपने दम पर हमास का सफाया” करने और गाजा में सभी लक्ष्य हासिल करने के लिए दृढ़ हैं। ट्रंप के इस प्रस्ताव पर हमास की आंशिक सहमति को देखते हुए, इज़राइल पर अब तुरंत बमबारी रोकने का अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ गया है। दूसरी ओर, इजरायली सेना “ऑपरेशन गिडियनस चैरियट” के तहत गाजा के लगभग 70-80% क्षेत्र पर अपना नियंत्रण स्थापित कर चुकी है।
गहराता मानवीय और अकाल संकट (Deepening Humanitarian and Famine Crisis)
इस युद्ध का सबसे भयावह असर गाजा के आम नागरिकों पर पड़ रहा है।
- अकाल की घोषणा : IPC की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, गाजा सिटी (गाजा पट्टी का लगभग 20%) में अकाल (Phase 5) की आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है। सितंबर के अंत तक यह संकट गाजा की लगभग एक-तिहाई आबादी (6.41 लाख लोग) तक फैल सकता है।
- जल संकट: इज़रायली हमलों ने मुख्य वॉटर सप्लाई नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है, जिससे जल आपूर्ति में लगभग 70% तक की कमी आई है।
- मृत्यु दर: गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 60,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं।
- मानवाधिकार: संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने गाजा में अकाल को ‘मानव निर्मित आपदा’ और भुखमरी से होने वाली मौतों को ‘युद्ध अपराध’ के बराबर बताया है।