November 13, 2025

कफ सिरप में किडनी को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ नहीं मिले! फिर भी बच्चों का न देने की सलाह

नई दिल्ली। राजस्थान और मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत से जुड़े कफ सिरप के नमूनों की जांच रिपोर्ट सामने आई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी दी कि इन कफ सिरप के सैंपल में किडनी को नुकसान पहुंचाने वाले कोई टॉक्सिन नहीं मिला है।

बच्चों की मौत की खबर के बाद, नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, द सेंट्रल ड्रग्स स्टेंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से कफ सिरप के सैंपल कलेक्ट किए थे।

जांच के नतीजों के अनुसार, यह पता चला कि किसी भी सैंपल में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल या एथिलीन ग्लाइकॉल जैसे खतरनाक दूषित पदार्थ मौजूद नहीं थे। ये वही टॉक्सिन हैं जो पिछली बार कफ सिरप से जुड़ी मौतों के लिए जिम्मेदार पाए गए थे। राज्य के अधिकारियों ने भी इन तीनों दूषित पदार्थों की अनुपस्थिति की पुष्टि के लिए नमूनों का परीक्षण किया था, जिसके परिणाम भी नकारात्मक आए।

‘दो साल से कम उम्र के बच्चों को न दें सर्दी-खांसी की दवा’

हालांकि, इन जांच नतीजों के बावजूद केंद्र सरकार ने बच्चों के लिए कफ सिरप के उपयोग को सीमित करने के लिए एक सलाह जारी की है। डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विस ने विशेष रूप से निर्देश दिया है कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी और सर्दी की दवाएं नहीं दी जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा है कि सामान्य तौर पर पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए भी ये दवाएं सही नहीं हैं। यह सलाह बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एहतियातन जारी की गई है।

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