GLOBE

बहराइच में आदमखोर भेड़िए का खौफ, 25 दिन में 6 की मौत

...

25 दिन में 20 हमले, 6 मौतें, 1 लापता, 22 घायल – वन विभाग खाली हाथ

ब्यूरो रिपोर्ट, बहराइच (अशोक उपाध्याय):


बहराइच। कैसरगंज तहसील क्षेत्र के कई गांव इन दिनों बहराइच आदमखोर भेड़िया के आतंक से कांप रहे हैं। पिछले 25 दिनों में इस भेड़िए ने 20 से अधिक बार हमला किया, जिसमें 6 ग्रामीणों की मौत हो गई, एक बच्चा अब तक लापता है और 22 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
यह दहशत इतनी बढ़ चुकी है कि लोग खेतों में जाना तो दूर, मजदूरी के लिए भी घर से बाहर निकलने से डर रहे हैं।

ads

पहले हमले रात में हुआ करते थे, लेकिन अब स्थिति और भयावह हो गई है। भेड़िया दिनदहाड़े बच्चों और महिलाओं को भी निशाना बनाने लगा है। गांव-गांव में लोग रात भर पहरा दे रहे हैं, बावजूद इसके हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।

पहला हमला और दहशत का फैलाव

इस सिलसिले की शुरुआत 9 सितंबर को मझारा तौकली गांव से हुई। यहां भेड़िए ने रात में एक मासूम को उठा लिया। इसके बाद 13 सितंबर को भौंरी गांव में दिनदहाड़े मासूम संध्या को मां की गोद से छीन लिया गया।
20 सितंबर को अंकेश, 23 सितंबर को सोनी और 30 सितंबर को प्यारेपुरवा निवासी छेदन और उनकी पत्नी मनकिया को मौत के घाट उतार दिया गया। इन घटनाओं ने ग्रामीणों को हिला कर रख दिया है।

प्रभावित गांव

मझारा तौकली, मिश्रणपुरवा, नया पुरवा, सिंगी, नसीरपुर, भटौली, दीनानाथ पुरवा, नौवन पुरवा, कुम्हारणपुरवा, दीवानपुरवा, गंदू झाला, भंवरी गदमार, परागपुरवा और गड़ामारपुरवा सहित दर्जनभर गांवों में ग्रामीण दहशत में जी रहे हैं। अब गांवों में चौकसी और पहरेदारी लगातार बढ़ा दी गई है।

वन विभाग की नाकामी

वन विभाग की 32 टीमें ड्रोन कैमरे और आधुनिक हथियारों से लैस होकर भेड़िए को पकड़ने का प्रयास कर रही हैं। एक भेड़िया मार गिराया गया, लेकिन हमले अब भी जारी हैं। इस स्थिति ने ग्रामीणों का प्रशासन और वन विभाग से भरोसा कम कर दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि इतने संसाधनों के बावजूद हमलों को क्यों नहीं रोका जा पा रहा।

घायल ग्रामीणों की लंबी सूची

हमलों में घायल होने वालों में शिवप्यारी, श्यारथी देवी, मदन, संजू देवी, हरदेई, मनीषा, सूरज लाल, राजाराम, सिताबी, अंजली, पृथ्वीनाथ, हरिश्चंद्र, चन्द्रका, ओमप्रकाश यादव (7 वर्ष), खजिया (2 वर्ष), बारिश अली (40 वर्ष), रोबिन (15 वर्ष) सहित कुल 22 लोग शामिल हैं। इनमें कई की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

मुआवज़ा और सरकारी मदद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनाओं पर संज्ञान लिया है। उनके निर्देश पर मृतकों के परिवारों और घायलों को आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गई है। प्रशासन ने पीड़ित परिवारों की मदद के लिए राहत शिविर भी लगाए हैं।

📲 समाचार सीधे व्हाट्सएप पर पाएं
देश-दुनिया की राजनीति, विकास और सामाजिक विषयों पर ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।
👇
🔗 WhatsApp Group Join Link

Exit mobile version