November 13, 2025

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की राजनीति में वापसी का रास्ता साफ

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह घर वापसी की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा चुके हैं। मंगलवार को पवन सिंह ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से उनके दिल्ली आवास पर मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने गले मिलकर और पैर छूकर आपसी नजदीकियां दिखाईं। राजनीतिक विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस मुलाकात के बाद पवन सिंह और कुशवाहा के बीच पुराने गिले-शिकवे दूर हो गए हैं।

जानकारी के अनुसार, पवन सिंह आगामी दिनों में गृह मंत्री अमित शाह से भी भेंट करेंगे। उनका उद्देश्य है कि भाजपा में वापसी के रास्ते को और मजबूत किया जा सके। राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है कि पवन सिंह की यह पहल पार्टी और व्यक्तिगत रिश्तों दोनों के लिहाज से अहम है।

पवन सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार की काराकाट संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उनके चुनाव में उतरने के कारण उपेंद्र कुशवाहा की हार हुई थी। इस हार से नाराज कुशवाहा ने सार्वजनिक तौर पर अपनी असंतुष्टि जताई थी। बाद में भाजपा ने कुशवाहा को राज्यसभा भेजा था।

वहीं, पवन सिंह की भाजपा में पुन: एंट्री कराने की पैरोकारी आरा के पूर्व सांसद आरके सिंह कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी कुशवाहा को नाराज नहीं करना चाहती। इसलिए पवन सिंह ने कुशवाहा से व्यक्तिगत रिश्तों को सुधारने के लिए यह मुलाकात की। आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से पवन सिंह की औपचारिक बैठक के बाद भाजपा नेता विनोद तावड़े ने स्पष्ट किया कि पवन सिंह पहले भी भाजपा में थे और अब भी रहेंगे।

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राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पवन सिंह की यह घर वापसी केवल मनोरंजन जगत तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि बिहार की राजनीतिक परिदृश्य पर भी असर डालेगी। भाजपा की रणनीति में यह कदम कुशवाहा के समर्थन को बनाए रखते हुए पार्टी के भीतर संतुलन बनाए रखने की कोशिश है।

भोजपुरी अभिनेता और सांसद के रूप में पवन सिंह की पहचान ने उन्हें जनता के बीच एक लोकप्रिय चेहरा बनाया है। उनकी राजनीति में वापसी से बिहार की आगामी चुनावी राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं।

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