GLOBE

पाकिस्तानी गृहमंत्री मोहसिन नकवी से नहीं ली ट्राफी, बिना कप के ही मनाया जश्न

एशिया कप फाइनल के बाद बड़ा विवाद! भारतीय टीम ने ठुकराई ट्रॉफी, साइमन डूल ने किया ऐलान

धरी रह गयी ट्राफी


दुबई। एशिया कप 2025 के फाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर रिकॉर्ड नौवीं बार खिताब जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बड़ा फैसला लेते हुए तुरंत बाद होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में हिस्सा नहीं लिया और ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया।

ट्राफी के बिना ही धमाल।

यह अभूतपूर्व घटना एशिया कप के इतिहास में पहली बार हुई है, जिसने क्रिकेट जगत में सनसनी फैला दी है।
पुरस्कार समारोह में एक घंटे से अधिक की देरी
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत की शानदार जीत के बाद, पुरस्कार वितरण समारोह (Presentation Ceremony) अपने निर्धारित समय से करीब एक घंटे से अधिक देर से शुरू हुआ।

इस देरी की वजह एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नकवी का मंच पर मौजूद रहना बताया गया। सूत्रों के अनुसार, भारतीय टीम ने स्पष्ट कर दिया था कि वे नकवी के हाथों से ट्रॉफी स्वीकार नहीं करेंगे, क्योंकि नकवी पाकिस्तान सरकार में गृह मंत्री भी हैं और टूर्नामेंट के दौरान उनका रवैया भारत-विरोधी रहा था।


साइमन डूल ने किया ऐलान


समारोह की शुरुआत में, न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर और कमेंटेटर साइमन डूल ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा, “देवियों और सज्जनों, मुझे एशियन क्रिकेट काउंसिल द्वारा सूचित किया गया है कि भारतीय क्रिकेट टीम आज रात अपने पुरस्कार स्वीकार नहीं करेगी। इसी के साथ पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन यहीं समाप्त होती है।”
यह घोषणा सुनकर क्रिकेट फैंस और दर्शक स्तब्ध रह गए। डूल के इस ऐलान के बाद, व्यक्तिगत पुरस्कार विजेताओं (तिलक वर्मा- प्लेयर ऑफ द मैच, अभिषेक शर्मा- प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट) को छोड़कर, टीम इंडिया ने न तो विनर्स मेडल लिए और न ही विजेता ट्रॉफी उठाई।

बीसीसीआई ने बताया कारण


बीसीसीआई (BCCI) सचिव देवजीत सैकिया ने बाद में इस घटना पर बोलते हुए कहा कि भारतीय टीम का फैसला सही था। उन्होंने कहा, “हम एक ऐसे व्यक्ति से ट्रॉफी स्वीकार नहीं कर सकते, जो एक ऐसे देश का प्रतिनिधित्व करता है, जो हमारे देश के खिलाफ युद्ध छेड़ रहा है।” उन्होंने यह भी पुष्टि की कि बीसीसीआई नवंबर में होने वाली आईसीसी (ICC) की बैठक में इस “बचकाना” हरकत पर कड़ा विरोध दर्ज कराएगा, क्योंकि विजेता ट्रॉफी और मेडल बाद में मंच से हटा दिए गए थे।
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में निराशा व्यक्त की, लेकिन कहा, “यह एक ऐसी चीज है जो मैंने कभी नहीं देखी। एक चैंपियन टीम को ट्रॉफी से वंचित किया गया। मेरे लिए, असली ट्रॉफी मेरी टीम है – मेरे सभी 14 खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ।”
भारतीय खिलाड़ियों ने अंत में बिना ट्रॉफी के ही मैदान पर जीत का जश्न मनाया।


Exit mobile version