करूर, तमिलनाडु। तमिलनाडु के करूर में अभिनेता से राजनेता बने तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) प्रमुख विजय की रैली के दौरान एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ है। विजय को देखने के लिए उमड़ी भारी भीड़ में मची भगदड़ के चलते कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई है।
मरने वालों में 8 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल हैं। इस भीषण हादसे के बाद राज्य में शोक का माहौल है, जबकि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घटना की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। अभिनेता विजय की यह रैली उनके 2026 विधानसभा चुनावों से पहले पूरे राज्य में चल रहे अभियान का एक हिस्सा थी।

जैसे ही विजय मंच पर भाषण देने आए, उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ नियंत्रण से बाहर हुई और भगदड़ मच गई, जिसके चलते कई लोग बेहोश हो गए और बड़ी संख्या में लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।हादसे की खबर मिलते ही, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गहरा दुख व्यक्त किया है और तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।
उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल मिले। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद, करूर के डीएमके विधायक सेंथिल बालाजी ने बताया कि जिले के सभी डॉक्टर ड्यूटी पर हैं और दूसरे जिलों से भी अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ को बुलाया गया है। बालाजी ने कहा कि भगदड़ में घायल लोगों को निजी अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया है और निजी अस्पतालों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे किसी भी मरीज से इलाज के लिए पैसे नहीं मांगें। सीएम स्टालिन ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “करूर से जो खबरें आ रही हैं, वे चिंताजनक हैं।

मैंने निर्देश दिए हैं कि भीड़ में फंसे और बेहोश होने वाले लोगों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कर उनकी मेडिकल मदद की जाए। मैंने ADGP से भी बात की है ताकि स्थिति को जल्दी नियंत्रित किया जा सके और मैं जनता से अपील करता हूं कि वे डॉक्टरों और पुलिस के साथ सहयोग करें।”यह दर्दनाक घटना तब हुई जब TVK प्रमुख विजय करूर में भाषण दे रहे थे। स्थिति बिगड़ती देख, विजय ने तुरंत अपना भाषण रोक दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को पानी की बोतलें देने और भीड़ से एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाने का आग्रह किया। इस दौरान, रैली में 9 साल की एक बच्ची के लापता होने की खबर भी आई, जिसके लिए विजय ने मंच से कार्यकर्ताओं से मदद मांगी। अपने संक्षिप्त भाषण के दौरान, विजय ने यह भी कहा कि तमिलनाडु की राजनीति में अगले छह महीनों में सत्ता बदल जाएगी। अधिकारियों और रैली आयोजकों ने आखिरकार स्थिति को नियंत्रित किया और रैली बिना किसी और बाधा के समाप्त हुई।
