लखनऊ। राजधानी के दुबग्गा वन रेंज के अंतर्गत आने वाले महदौया बीट क्षेत्र में लगातार वन रेंज दुबग्गा से जुड़े अवैध कटान के मामले सामने आ रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई खुलेआम हो रही है, लेकिन स्थानीय वन अधिकारी कार्रवाई करने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं।
जैतीखेड़ा गांव में हाल ही में दो जगहों पर अवैध कटान किया गया। आरोप है कि यह सब वन माली मनोज यादव की निगरानी में हुआ, जिन्हें बीट के रेंजर सोनम दीक्षित का संरक्षण प्राप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में वन दरोगा से ज्यादा प्रभाव वन माली का है और वही अवैध कटान की अनुमति देता है।

स्थिति इतनी गंभीर है कि मलकपुर गांव में आम के पेड़ों को काटा गया, लेकिन विभागीय कार्रवाई शून्य रही। वहीं, इमलिया गांव में नहर के सामने खड़जा पर भी खुलेआम पेड़ों की कटाई हुई। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध कटान की जानकारी देने के बाद भी महदौया बीट के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या महदौया बीट के अधिकारियों की नजर इन घटनाओं पर नहीं पड़ती या फिर ठेकेदारों से मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं हो रही है। क्षेत्रीय लोग यह भी पूछ रहे हैं कि ऐसे कर्मचारियों पर उच्च अधिकारियों की निगाह क्यों नहीं जाती जो खुलेआम अवैध कटान को संरक्षण दे रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अब देखना यह है कि क्या विभाग के बड़े अधिकारी इस पर ध्यान देंगे या फिर क्षेत्र में अवैध कटान का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा।
📲 समाचार सीधे व्हाट्सएप पर पाएं
देश-दुनिया की राजनीति, विकास और सामाजिक विषयों पर ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।
👇
🔗 WhatsApp Group Join Link

