रायबरेली: जिले में सोमवार की रात रायबरेली सड़क हादसा ने एक बार फिर प्रशासन की सड़क सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए। दिन में सड़क सुरक्षा की समीक्षा बैठक और शाम को खून से सनी सड़क—यह विरोधाभास आम लोगों की चिंता बढ़ा गया है। गोरा बाजार स्टेट हाईवे पर तेज रफ्तार बोलेरो ने कहर बरपाया और देखते ही देखते सड़क पर चीख-पुकार मच गई।

रात करीब साढ़े नौ बजे अनियंत्रित बोलेरो ने सबसे पहले एक इलेक्ट्रिक ऑटो को जोरदार टक्कर मारी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो पलट गया और उसमें बैठे लोग सड़क पर बिखर गए। इसके बाद बेकाबू बोलेरो ने दो मोटरसाइकिलों को भी रौंद डाला। इस दर्दनाक हादसे में मासूम बच्चों और महिलाओं समेत करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। तीन मासूम बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद बोलेरो चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने घायलों को किसी तरह जिला अस्पताल की इमरजेंसी तक पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। हादसे के बाद सड़क पर बिखरे वाहन, खून से सनी जमीन और घायल परिजनों की चीखें देखकर लोगों का दिल दहल गया।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। फरार आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी गई है। वहीं, स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि जब दिन में सड़क सुरक्षा को लेकर बैठकें हो रही थीं, तो शाम को शहर के बीचोंबीच मासूम बच्चों को असुरक्षित क्यों छोड़ दिया गया? नाराज लोगों ने चेतावनी दी कि अगर दोषी चालक पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
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