लखनऊ। आयुष्मान भारत योजना ने पूरे किए सात वर्ष, और उत्तर प्रदेश ने इस योजना में देश में अग्रणी स्थान हासिल किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेशभर में आयुष्मान भारत दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके तहत हर जिले में शिविर आयोजित कर लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए।

आयुष्मान भारत योजना गरीब और वंचित परिवारों को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराती है। अब तक प्रदेश में 5.38 करोड़ लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं, जो पूरे देश में सबसे अधिक है। योजना के माध्यम से 74.40 लाख लाभार्थियों ने निःशुल्क इलाज का लाभ उठाया है।
योजना के अंतर्गत कुल 6099 अस्पताल सूचीबद्ध किए गए हैं, जिनमें 2921 सरकारी और 3088 निजी अस्पताल शामिल हैं। इसमें कैंसर, कार्डियोलॉजी, ऑर्थोपेडिक, अंग प्रत्यारोपण, शिशु कैंसर, प्लास्टिक सर्जरी और अन्य विशिष्ट उपचार शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी ने योजना का दायरा और बढ़ाते हुए अब शिक्षकों को भी इस योजना का लाभ देने की घोषणा की है।
आयुष्मान भारत योजना ने सात सालों में यह साबित कर दिया है कि यह योजना न केवल गरीब और वंचित वर्ग को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि पूरे राज्य में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की दिशा में निर्णायक कदम भी साबित हुई है। प्रदेश में इसका विस्तार और बढ़ाकर सभी पात्र लाभार्थियों तक पहुँचाने का प्रयास लगातार जारी है।
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