रायबरेली। पित्र पक्ष के समापन पर अश्विन मास की अमावस्या के अवसर पर गदागंज स्थित कोयलहा गंगा घाट पर पिंड दान तर्पण कर लोगों ने अपने पितरों को विधिवत् विदाई दी। तीर्थ पुरोहित पंडित बनवारीलाल द्विवेदी ने मंत्रोच्चारण के साथ यजमानों के पूर्वजों की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना कर पितरों को तर्पण कराया। उन्होंने बताया कि पित्र पक्ष में पितरों की तृप्ति हेतु पिंड दान तर्पण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पंडित द्विवेदी ने कहा कि पिंड दान एवं दान धर्म से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे परिवार में सुख, समृद्धि और वंश की वृद्धि होती है। उन्होंने यजमानों को सलाह दी कि पित्र पक्ष की तिथियों के अनुसार श्राद्ध कर्म करना चाहिए ताकि पूर्वज प्रसन्न रहें। इस अवसर पर यजमान अमर सिंह, कुंवर सिंह, बुद्धि मान सिंह, महेंद्र मिश्रा, मनोज कुमार शुक्ला, राधेश्याम और गऊदीन सहित अन्य उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में यजमानों ने विधिपूर्वक पिंड दान किया और पितरों के लिए तर्पण कर उन्हें संतुष्ट किया। इस धार्मिक अनुष्ठान में परिवार और समाज के अन्य सदस्य भी शामिल हुए, जिससे पितृ स्मृति और परंपराओं का महत्व प्रतिपादित हुआ। पिंड दान तर्पण की यह विधि प्राचीन संस्कृति और धार्मिक आस्थाओं का प्रतीक है, जिसे प्रत्येक युग में श्रद्धालु अपनाते आ रहे हैं।
📲 समाचार सीधे व्हाट्सएप पर पाएं
देश-दुनिया की राजनीति, विकास और सामाजिक विषयों पर ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।
👇
🔗 WhatsApp Group Join Link

