लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़े शराब मिलावट रैकेट का खुलासा किया है। मिलावटी शराब लखनऊ गिरफ्तारी के इस मामले में एक मेडिकल स्टोर संचालक समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो अवैध रूप से शराब लाकर उसमें मिलावट करते थे। पुलिस ने इनके पास से 641 बोतलें जब्त की हैं, जिन पर फर्जी क्यूआर कोड लगाकर उन्हें असली दिखाने की कोशिश की जाती थी।
इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्र ने बताया कि यादव चौराहे के पास चेकिंग के दौरान कार सवार तीन संदिग्धों को रोका गया। जांच में पता चला कि वे चंडीगढ़ से अवैध रूप से शराब लाकर उसमें मिलावट करते थे। इसके बाद खाली बोतलों में दोबारा भरकर उस पर नकली क्यूआर कोड लगाकर बाजार में बेचते थे।
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गिरफ्तार आरोपियों में डालीगंज निवासी विशाल जायसवाल, जो एक मेडिकल स्टोर का संचालक है, शामिल है। वहीं दूसरा आरोपी अजय जायसवाल मड़ियांव का निवासी और ऑटो ड्राइवर है। तीसरा आरोपी गुड़ंबा निवासी पंकज सिंह टैक्सी ड्राइवर है। पुलिस के मुताबिक, इन तीनों ने मिलकर यह गिरोह बना रखा था जो नकली शराब बनाकर उसे लखनऊ समेत आस-पास के जिलों में सप्लाई करता था।

विशेष बात यह है कि शराब की बोतलों पर फर्जी क्यूआर कोड लगाकर ग्राहकों को भ्रमित किया जाता था, जिससे वे असली और नकली शराब में फर्क नहीं कर पाते थे। यह क्यूआर कोड बोतल की वैधता का प्रमाण प्रतीत होता था, जबकि असल में वह जालसाजी का हिस्सा था।
इस पूरी कार्रवाई में पुलिस ने जिन 641 बोतलों को जब्त किया है, उनकी जांच एफएसएल से कराई जा रही है ताकि यह पता चल सके कि उसमें कौन-कौन से केमिकल मिलाए गए थे। मामले में आबकारी विभाग को भी सूचना दे दी गई है और आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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