प्रमुख सचिव सहकारिता बहराइच सौरभ बाबू ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों के तहत जिले की उपलब्धियों की समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि और इंफ्रास्ट्रक्चर समेत विभिन्न सेक्टरों में प्रगति पर विस्तृत चर्चा हुई।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि पोर्टल पर फीडिंग से जुड़ी तकनीकी खामियों को तत्काल दूर किया जाए और सभी कार्यक्रमों की अद्यतन रिपोर्टिंग सुनिश्चित हो। उन्होंने सभी बच्चों के MCP कार्ड बनवाने के निर्देश देते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों को पूरी क्षमता से संचालित करने का भी आदेश दिया।
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बैठक में उन्होंने शिक्षा, कृषि, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास और अवसंरचना से संबंधित सूचकांकों की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को सुधार लाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि टीम भावना से कार्य करते हुए बहराइच को आकांक्षी जिलों की श्रेणी से बाहर लाकर सामान्य जिलों में लाने का प्रयास करें।
प्रमुख सचिव ने नीति आयोग से प्राप्त धनराशि से चल रही निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा की और समय पर व मानक के अनुसार कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर मिनी सचिवालयों को प्रभावी ढंग से संचालित करने का भी निर्देश दिया ताकि ग्रामीणों को छोटे कार्यों के लिए जिला मुख्यालय तक न जाना पड़े।

मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने जिले में संचालित ‘सेवा से संतृप्तिकरण’ अभियान की जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी मोनिका रानी की पहल पर यह अभियान सरकार आपके द्वार की तर्ज पर चलाया गया। इसके तहत वंचित पात्र लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ा गया और पोषण किट, बेबी किट, आवास की चाबी, वरासत व खतौनी प्रपत्र, सोलर पंप जैसी सुविधाएं प्रदान की गईं।

बैठक में अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय कुमार, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार समेत जनपद स्तरीय अधिकारी, आगा खां फाउंडेशन और पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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