बाड़मेर। बाड़मेर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा तैयारियों की जाँच के उद्देश्य से शनिवार को “ऑपरेशन शील्ड” के तहत उतरलाई आवासीय परिसर में मॉक ड्रोन अटैक का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल में ड्रोन हमले की स्थिति को दर्शाते हुए 52 लोगों को घायल बताया गया। इनमें से 6 गम्भीर रूप से घायल लोगों को जिला अस्पताल में रैफर किया गया, जबकि बाकी 46 लोगों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया।
ऑपरेशन शील्ड मॉक ड्रिल के दौरान ड्रोन से हमले का दृश्य तैयार किया गया, जिससे आपातकालीन स्थितियों में प्रशासन और राहत एजेंसियों की तैयारियों का परीक्षण किया जा सके। मॉक ड्रिल की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर टीना डाबी, पुलिस अधीक्षक, सीएमएचओ समेत रेस्क्यू और राहत दल तुरंत घटनास्थल पर पहुँचे और समन्वित प्रयासों से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
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मौके पर पहुँचे मेडिकल स्टाफ ने त्वरित प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं दीं और घायलों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया। इस दौरान पुलिस, सिविल डिफेंस, दमकल विभाग और एम्बुलेंस सेवाओं ने मिलकर मॉक ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। जिला प्रशासन द्वारा इस मॉक ड्रिल को सुरक्षा की दृष्टि से अति आवश्यक बताया गया है, जिससे भविष्य में किसी वास्तविक खतरे के समय त्वरित और संगठित प्रतिक्रिया दी जा सके।

जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि, “इस प्रकार की मॉक ड्रिल प्रशासन की तैयारियों की जाँच के लिए बेहद ज़रूरी है। हमारी प्राथमिकता जीवन रक्षा और त्वरित राहत कार्य है। मॉक ड्रिल से हमें खामियों को समझने और सुधारने का अवसर मिलता है।”
स्थानीय लोगों को भी मॉक ड्रिल की जानकारी पूर्व में दी गई थी ताकि किसी तरह की घबराहट न हो। ऑपरेशन शील्ड के अंतर्गत प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि संपूर्ण योजना का निष्पादन बिना किसी व्यवधान के हो और सभी एजेंसियों का समन्वय बना रहे।

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